World war:- रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध का आज तीसरा सप्ताह नहीं मान रहे रूस होगा दुनिया का महाविनाश तीसरा विश्वयुद्ध third world war
रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध का तीसरा सप्ताह में प्रवेश दुनिया विनाश का संकेत मिल रहा नहीं मानेंगे रूस और ना ही यूक्रेन पीछे हटेगी आखिर होगा क्या?
बता दे कि रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे हैं 3 सप्ताह से यह युद्ध रुकने की नाम नहीं ले रहा है जबकि दोनों देश में से कोई देश आत्मसमर्पण नहीं कर रहे हैं यूक्रेन की बहुत भारी क्षति होने के बाद भी यूक्रेन हट नहीं रही पीछे आंखें अब दुनिया का होगा क्या लगता है तीसरा विश्व युद्ध होकर ही रहेगा क्या होगा दुनिया का महाविनाश
रूस और यूक्रेन के बीच हुए युद्ध का मुख्य कारण
बता दें कि यूक्रेन रूस का एक छोटा सा हिस्सा था जो सन 1991 ईस्वी में रूस के विघटन के बाद यूक्रेन एक स्वतंत्र राज्य बना था उससे अब तक वह चल रहा था अच्छे खासे लेकिन रूस यूक्रेन के बीच तनाव नवंबर 2013 में तब शुरू हुआ था जब यूक्रेन के तत्कालिक वहां पर राष्ट्रपति विक्टर है जो यानोकोविच को रूस का समर्थन मिला था जबकि फरवरी 2014 में यूक्रेन के राष्ट्रपति को देश छोड़कर रूस में शरण लेनी पड़ी थी
माना जा रहा है कि रूस नहीं चाहता था कि यूक्रेन नाटो में सम्मिलित हो और इसी लेकर के मुख्य कारण माना जाता है
इस युद्ध का लेकिन बता दे कुछ ऐसे भी कारण माना जा रहा है कि शुरुआत में सोचा गया था कि ,Z,अक्षर ना होकर के गणित का दूसरा 2 अक्षर है जबकि 22 फरवरी 2022 को यह दर्शाया गया
क्योंकि जब रूस ने पूर्वी यूक्रेन के दोनेत्सक और लोहान क्षेत्र को स्वतंत्र राज्य के तौर पर मान्यता दी थी लेकिन अब ज्यादातर लोगों का मानना है कि यह प्रतीक रूस की सेना ने अपने वाले की पहचान के लिए बनाया होगा और इस तरह से योग्य है यह मकान बनता गया और ऐसा हुआ कि युद्ध चलता रहा चल रहा है
रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे संघर्ष से वैश्विक चीप की कमी बढ़ता जा रहा है साथिया पूर्वानुमान लगाया गया था किस चीज की कमी से कम से कम वर्ष 2023 तक के बढ़ेगी साथ ही बता दे कि यूक्रेन सेमीकंडक्टर फेयर नजरों का उत्पादन करने के लिए उपयोग में लाए जाने वाली दुर्लभ गैसों की आपूर्ति करता था और रूस अर्धचालक बनाने के लिए पैलेडियम जैसी धातुओं का निर्यात करता था रूस और दक्षिण अफ्रीका पैलेडियम के 2 सबसे बड़े उत्पादक देश माने जाते हैं जो 2021 में रूस ने लगभग 66 मिलीग्राम पैलेडियम की आपूर्ति की थ पैलेडियम की आपूर्ति के बिना गंभीर घाटे में चला जाएगा जिससे कीमत बढ़ जाएगी यद्यपि प्लेटटिनम और रेडियम को प्लेडीएम के लिए प्रत्यस्थापित किया जा सकता है रूस अन्य प्लेटिनम समूह के धातु का भी एक प्रमुख उत्पादक केंद्र माना जाता है
रूस यूक्रेन के युद्ध के कारण कारण जैसे-जैसे रूस यूक्रेन पर आक्रमण आकलन बढ़ता जा रहा है वैसे-वैसे यूक्रेन के पश्चिमी प्रतिबंधों की चपेट में आ रहे हैं जो देश के निर्यात को बाधित कर सकता है जिससे सेमीकंडक्टर फार्मोक्विप सेट बनाने के लिए कच्चे माल की स्रोत एक कम विकल्प मिलेगा साथ ही भारत वर्तमान में सभी चिप्स का आयात करता है और वर्ष 2025 तक भारतीय बाजार $24 अरब से $100 अरब तक पहुंचाने का अनुमान जताया है
आखिर क्यों नहीं मान रहे यूक्रेन को पूरी तरह से विनाश कर के ही रुकेगा