Class 10th प्राकृतिक संसाधनों का प्रबंधन सब्जेक्टिव इंर्पोटेंट क्वेश्चन

Class 10th प्राकृतिक संसाधनों का प्रबंधन सब्जेक्टिव इंर्पोटेंट क्वेश्चन

इस पोस्ट में आप लोग जानेंगे कक्षा 10 सामाजिक विज्ञान में प्राकृतिक संसाधनों का प्रबंधन में सब्जेक्टीव प्रश्न जो परीक्षा के दृष्टिकोण से बनाया गया है, और इसमें सभी के सभी प्रश्न दो अंक के हैं जो काफी इंपोर्टेंट है बोर्ड परीक्षा के लिए

Class 10th प्राकृतिक संसाधनों का प्रबंधन सब्जेक्टिव इंर्पोटेंट क्वेश्चन

1. हमें वन एवं वन्य जीवों का संरक्षण क्यों करना चाहिए?

उत्तर—वन एवं वन्य जीव पर्यावरण और पारितंत्र को बनाए रखते हैं।

2. वन संरक्षण का एक प्रमुख उपाय बताइए ।

उत्तर – वृक्षारोपण या ऐसी व्यवस्था जिसमें आर्थिक विकास एवं पारिस्थितिक संरक्षण दोनों साथ-साथ हों।

3. प्रदूषण क्या है?

उत्तर – मिट्टी, जल एवं वायु में अवांछित जैविक एवं अजैविक (प्रदूषक )

चीजों के अत्यधिक समावेश को प्रदूषण कहते हैं।

4. गिद्ध तथा चील किस प्रकार हमारे जैविक पर्यावरण के प्रमुख घटक हैं?

उत्तर—– गिद्ध तथा चील मुर्दाखोर हैं। ये मृत जीवों को खाकर पर्यावरण

को साफ रखते हैं। ये पोषण चक्र में ये मुख्य भूमिका निभाते

5. लंबी अवधि को ध्यान में रखकर परियोजनाओं का निर्माण क्यों आवश्यक है ?

उत्तर—प्राकृतिक संसाधनों का प्रबंधन करते समय लंबी अवधि को ध्यान में रखना होता है जिससे कि वे अगली कई पीढ़ियों तक उपलब्ध हो सकें।

6. भारत के विभिन्न क्षेत्रों में सिंचाई के लिए प्राचीनकाल से किसका प्रयोग किया जाता है?

उत्तर👉 करींग, रहट के द्वारा जलाशय (तालाब, झील के जल का) एवं नहरों का प्रयोग प्राचीन काल से किया जाता है।

7. पर्यावरण को बचाने के लिए तीन Rs के नाम बताएँ

उत्तर- (i) Reduce ( कम करो ) (ii) Recycle (पुन: चक्रण ) तथा

(iii) Reuse (पुनः प्रयोग ) ।

8. स्वास्थ्य सेवाओं का संसाधनों से किस प्रकार संबंध है?

उत्तर – स्वास्थ्य सेवाओं के कारण मनुष्य की मृत्यु दर घटती है जिससे

हमारी जनसंख्या में तीव्रगति से वृद्धि हो रही है। जनसंख्या में वृद्धि के कारण

संसाधनों की माँग बढ़ती है।

9. ‘कुल्ह’ किसे कहते हैं?

उत्तर -400 वर्ष पूर्व हिमाचल प्रदेश कुछ क्षेत्रों में सिंचाई की स्थानीय व्यवस्था का विकास किया गया, जिन्हें ‘कुल्ह’ कहते हैं।

10. वनों के पुनः पूर्णन के लिए कौन-सा कार्यक्रम है? उत्तर- वनों के पुनः पूर्णन के लिए वन महोत्सव एक मुख्य कार्यक्रम है।

11. प्राकृतिक संसाधन की परिभाषा लिखकर इसके संरक्षण हेतु पाँच कार्यों का उल्लेख करें।

उत्तर-वायु, जल, वातावरण, भूमि आदि का सम्मिलित रूप पर्यावरण

है। पर्यावरण मानव की गलत आदतों से प्रदूषित हो रही है। इसको बचाने के

इस प्रकार हैं— (i) मितव्ययितापूर्वक उपयोग करके (ii) वृक्षारोपण द्वारा

(iii) वैकल्पित स्रोत द्वारा (iv) समुचित रख-रखाव (v) नियंत्रित एवं दूरगामी प्रयोग हेतु जागरूक कर ।

12. आप एकल रूप विभिन्न प्राकृतिक उत्पादों की खपत कम करने के लिए क्या कर सकते हैं?

उत्तर- (i) विद्युत को कम-से-कम इस्तेमाल कर सकते हैं तथा इसके अपव्यय को रोक सकते हैं। (ii) तीन ‘Rs’ के नियमों का पालन करके हम प्राकृतिक उत्पादों की खपत कम कर सकते हैं। (iii) हमें आहार को व्यर्थ नहीं फेंकना, नष्ट करना चाहिए। (iv) जल को व्यर्थ होने से रोकना चाहिए । (v) खाना पकाने के लिए लकड़ी की जगह गैस का इस्तेमाल करना चाहिए ।

Join teligram

Class 10th प्राकृतिक संसाधनों का प्रबंधन सब्जेक्टिव इंर्पोटेंट क्वेश्चन

 

13. हमारे द्वारा उत्पादित अजैवनिग्नीकरणीय कचरे से कौन-सी समस्याएँ उत्पन्न होती हैं?

उत्तर- इनसे धरती बंजर बनती है। पर्यावरण प्रदूषित होता है। ये सड़ते नहीं है, जिससे नालियाँ जाम होती हैं।

14.तीन Rs में तीसरे ‘R’ का क्या महत्व है?

उत्तर— तीसरा ‘R’ है Reuse अर्थात् पुनः उपयोग। यह पुनः चक्रण से भी अच्छा तरीका है क्योंकि पुनः चक्रण से भी कुछ-न-कुछ ऊर्जा व्यर्थ जाती है। पुनः उपयोग के तरीके में हम एक ही वस्तु का बार-बार उपयोग कर सकते हैं। उदाहरण विभिन्न खाद्य पदार्थों के साथ आए डिब्बे तथा केन का हम अन्य समान रखने में प्रयोग कर सकते हैं।

15.गंगा कहाँ से कहाँ तक यात्रा करती है तथा इसे नाले में कैसे परिवर्तित कर दिया गया है?

उत्तर— गंगा हिमालय स्थित गंगोत्री से निकलकर बंगाल की खाड़ी (गंगासागर) समुद्र में मिलती (2500 किमी. तक की यात्रा) है। इसके किनारे उत्तराखण्ड, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखण्ड तथा पश्चिम बंगाल के 100 से अधिक शहर बसे हैं। नगरों से निकलने वाली नालियाँ को नाले में परिवर्तित कर दिया है। इन नगरों द्वारा उत्सर्जित कचरे एवं मल-मूत्र को इसमें प्रवाहित किया जाता है। इसके अतिरिक्त मानव के अन्य क्रियाकलापों जैसे नहाना, कपड़े धोना मृत व्यक्तियों की राख एवं शवों को बहाना भी इसके प्रदूषण का कारण है। उद्योगों द्वारा उत्पादित रासायनिक उत्सर्जन ने गंगा का प्रदूषण लड़ा दिया है। इसके विषैले जल में मछलियाँ मरने लगी हैं।

16. वनों के कुछ उपयोग बताइए।

उत्तर—वनों के उपयोग निम्नलिखित हैं- (1) वन वन्य जीवों का वासस्थान है और उसकी रक्षा करता है। (ii) वन वायुमंडल में ऑक्सीजन तथा कार्बन डाइऑक्साइड के अनुपात को संतुलित बनाए रखते हैं। (iii) वन पृथ्वी पर जलचक्र का नियमन करते हैं और वर्षा कराते हैं। (iv) वन सौर विकिरणों से हमारी रक्षा करता है (v) वनों से हमें फूल, फल, बीज, औषधियाँ एवं सुगंधित पौधे प्राप्त होते हैं। (vi) वन से हमें शहद, गोंद, लाह, रेशम, हाथी दाँत इत्यादि बहुमूल्य पदार्थ मिलते हैं (vii) वन मकान तथा फर्नीचर बनाने के लिए लकड़ी प्रदान करते हैं। (viii) वन पेपर उद्योगों के लिए कच्चा माल देते हैं।

17. लंबी अवधि को ध्यान में रखकर बनाए गए परियोजनाओं के लाभ से कम अवधि की परियोजनाएँ किस प्रकार भिन्न है?

उत्तर—प्राकृतिक संसाधनों का प्रबंधन करते समय लंबी अवधि को ध्यान में रखना होता है, जिससे कि वे अगली कई पीढ़ियों तक उपलब्ध हो सकें।

18. हमें वन एवं वन्य जीवन का संरक्षण क्यों करना चाहिए? 

अथवा, वन संरक्षण हेतु क्या कदम आवश्यक हैं?

उत्तर—वन्य जीवन को निम्नलिखित कारणों से संरक्षित रखना चाहिए- (i) पारिस्थितिक संतुलन बनाए रखने के लिए (ii) जीन पूल की सुरक्षा के लिए वन्य जीवन का संरक्षण राष्ट्रीय पार्क तथा पशुओं और पक्षियों के लिए शरणस्थल बनाने से किया जा सकता है पशुओं का शिकार करने की निषेधाज्ञा कानून बनाकर इन्हें संरक्षित किया जा सकता है।

19. तीन Rs में से पहले ‘2’ के नियम को समझाइए ।

उत्तर—पहले ‘R’ का अर्थ है Reduce अर्थात् कम करना । इसका अर्थ है कि हमें कम-से-कम वस्तुओं का प्रयोग करना चाहिए। उदाहरण के लिए हम बिजली के पंखे तथा बल्ब का स्विच बंद करके विद्युत के अपव्यय को रोक सकते हैं। इसी प्रकार कम-से-कम जल का उपयोग करके तथा रिसाव होने वाले नल तथा पाइप की मरम्मत करवा के भी हम जल के अपव्यय को रोक सकते हैं।

20. तीन ‘Rs’ में दूसरे ‘R’ का क्या अर्थ है?

उत्तर—दूसरे ‘R’ का अर्थ है Recycle अर्थात् पुनः चक्रण इसका अर्थ कि हमें प्लास्टिक, कागज, काँच, धातु की वस्तुएँ आदि पदार्थों का पुनः चक्रण करके इनसे उपयोगी वस्तुएँ बनानी चाहिए। हमें ऐसी चीजों को कचरे के डिब्बे में नहीं डालना चाहिए बल्कि इन्हें कचरे से अलग करना होगा ताकि यह दुबारा उपयोग में लाई जा सकें।

 

 

 

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top
The team at WTS provides professional services for the development of websites. We have a dedicated team of experts who are committed to delivering high-quality results for our clients. Our website development services are tailored to meet the specific needs of each project, ensuring that we provide the best possible solutions for our clients. With our extensive experience and expertise in the field, we are confident in our ability to deliver exceptional results for all of our clients.

क्या इंतज़ार कर रहे हो? अभी डेवलपर्स टीम से बात करके 40% तक का डिस्काउंट पाएं! आज ही संपर्क करें!