Bihar board 12th sent up Exam Hindi Viral Question ।। इंटर हिंदी का वायरल क्वेश्चन और उत्तर देखें

Bihar board 12th sent up Exam Hindi Viral Question ।। इंटर हिंदी का वायरल क्वेश्चन और उत्तर देखें

 

Bihar board 12th sent up Exam Hindi Viral Question ।। इंटर हिंदी का वायरल क्वेश्चन और उत्तर देखें

बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के द्वारा इंटर का sent up परीक्षा लिया जा रहा है. जो 11 अक्टूबर 2022 से शुरू हुआ है । अक्टूबर माह के अंत तक चलेगा ,बताते चलें कि इस परीक्षा के सभी ओरिजिनल प्रश्न पत्र बादल हो रहे हैं । जो बिल्कुल सही है इस पोस्ट में आपको ऑब्जेक्टिव और सब्जेक्ट इन दोनों का आंसर और पीडीएफ डाउनलोड करने का लिंक मिलेगा, जो लिंक नीचे दिया गया आप क्लिक करके ध्यानपूर्वक और समझ कर और पीडीएफ डाउनलोड करके पढ़ कर के एग्जाम देने जाएं और बोर्ड परीक्षा की दृष्टि से अच्छी से अच्छी तैयारी करें। 

Hind-100Download
English -100 Download
PhysicsDownload
ChemistryDownload
BiologyDownload
Mathemetric-Click Here

 

Biharboard science viral                    Question Paper 2022-23

 All Subject Real Viral QuestionDownload Link-
PhysicsDownload
Hindi (100)Download
Chemistry Download
BiologyDownload
MathematicsDownload
EnglishDownload
All SubjectDownload

12th Arts  sent up exam Viral          Question Download⬇🔄

Subject Name Download PDF
Hindi (100 marks)Download
English- 100Download
HistoryDownload
GeographyDownload
Political scienceDownload
EcinomicsDownload
Home scienceDownload
PsychologyDownload
SociologyDownload
MusicDownload
PhilosophyDownload

 

 

All subject Answer- Key Download⬇🔄

Subject NameAnswer Key
PhysicsDownload
Hindi (100)Download
Chemistry Download
BiologyDownload
MathematicsDownload
EnglishDownload
All SubjectDownload

 

12th Arts   sent up Answer key  

 subject NameCorrec Answer key
Hindi (100 marks)Download
English- 100Download
HistoryDownload
GeographyDownload
Political scienceDownload
EcinomicsDownload
Home scienceDownload
PsychologyDownload
SociologyDownload
MusicDownload
PhilosophyDownload

 

 

Biharboard sent up Exam chemistry  Answer- Key 2022-23

 

 

 

 

 

निबंध लिखें

वृक्षारोपण

वृक्षारोपण का मानव के लिए अर्थ है प्राकृतिक, पर्यावरण का संतुलन बनाए रखने के लिए अधिक से अधिक नए वृक्षों का लगाया जाना। वृक्ष काटने से वायुमंडल की शुद्धता कम होने लगती है। वृक्ष काटने से वायुमंडल में ऑक्सीजन एवं ओजोन की मात्रा कम होने लगती है। वृक्ष काटने से वर्षा कम होने लगती है। वृक्ष काटने से मरुभूमि का प्रसार होने लगता है। मनुष्य के जीवन पर संकट खड़ा हो जाता है। अतः वृक्षारोपण से हम प्राकृतिक संतुलन कायम रख सकते हैं। वृक्षारोपण से हम प्रदूषण रोक सकते हैं।

वृक्ष काटने से हानि-ही-हानि होती है। दुष्ट मानव समाज है कि पेड़ काटकर, व्यापारिक लाभ कमाकर ही संतुष्ट हो पाता है। जंगली जातियाँ बड़ी संख्या में पेड़ काटने के पीछे पड़ी है। ये जंगली जातियाँ करोड़ों टन लकड़ियाँ जलावन के लिए काटती हैं और जंगल को अपना खेत कहती हैं। एक दिन इन जंगली मनुष्यों की प्राण रक्षा के चक्कर में राष्ट्र की सभ्य जातियाँ पिस जाएँगी। वायुमंडल प्रदूषित हो जाएगा। वृष्टि कम होगी। मरुभूमि का प्रसार होगा। मानव जाति एवं पशु जाति के जीवन पर संकट के बादल मंडराने लगेंगे।

उपसंहारतः वृक्षों को हमें सम्मान करना चाहिए। हमें अधिकाधिक वृक्षारोपण करना चाहिए। जो व्यक्ति वृक्ष काटता है और नदियों को दूषित करता है, वह आत्मघात करता है।

5(5) उषा शीर्षक कविता में आराम से लेकर अंत तक की टीम भी योजना में गति का चित्रण कैसे हो सका स्पष्ट कीजिए

उषाकालीन आकाश की सुषमा देखते ही बनती है। प्रातः का नभ बहुत नीले शंख जैसा दिव्य और प्रांजल था। भोर का नभ राख से लीपा हुआ गीले चौके (रसोई) के समान पवित्र था। भोर का नभ वैसा था, जैसे बहुत काली सिल (सिलौटी) जरा से लाल केसर से धुली हुई हो। लालिमा छा गई थी। स्लेट पर लाल खड़िया चौक कोई मल दे तो जैसा रंग उभरेगा वैसा नभ का रंग था। नीले जल में किसी आदमी की हिलती हो देह-वैसा नभ था। उषा का जादू जब टूटता है, तो सूर्योदय हो जाता है। निष्कर्षतः उषा के सार्थक प्रांजल, दिव्य और पारदर्शी

बिम्बों का निर्माण कवि शमशेर ने किया है। कविता बिम्बों और

विशेषणों से सार्थक बन गई

5(4) पुत्र वियोग का शीर्षक कविता का भावार्थ प्रकट करें।

राष्ट्रीय काव्यधारा की कवयित्री सुभद्रा कुमारी चौहान हिंदी की विशिष्ट कवयित्री हैं। ‘पुत्र-वियोग’ शीर्षक कविता में पुत्र के निधन के बाद माँ के हृदय में उठनेवाली शोक भावनाओं को कवयित्री ने अभिव्यक्ति दी है।

सारे संसार में उल्लास की लहर दौड़ रही है। सारी दिशाएँ हँसती नजर आती हैं। लेकिन मृत्यु के बाद कवयित्री माँ का खिलौना उसका पुत्र वापस नहीं

आया।

माँ ने उसे कभी गोद से नहीं उतारा कि कहीं उसे ठंढक न लग जाए। जब कभी भी वह पुत्र माँ कहकर पुकार देता था तब वह दौड़कर उसके पास आ जाती थी।

उसे थपकी दे देकर सुलाया करती थी। उसके मधुर संगीत की

लोरियाँ गाती थी। उसके चेहरे पर तनिक भी मलिनता का शोक देखकर कवयित्री माँ रात भर सो नहीं पाती थी। पत्थरों के देवता को वह देवता मान कर पुत्र कल्याण की आकांक्षा-कामना करती थी। नारियल, दूध और बताशे भगवानको अर्पित करती थी। कहीं सिर झुकाकर देवता

को प्रणाम करती थी। बेटे की मृत्यु के बाद उसके प्राण कोई लौटा नहीं पाया। कवयित्री माँ हारकर बैठ गयी। उसका शिशु बालक इस धरती

से उठ गया।

कवयित्री माँ को पल भर की शांति नहीं मिल रही है। उसके प्राण विकल हैं, परेशान हैं। माँ का धन उसका बेटा आज खो गया है। उसे वह अब कभी पा नहीं सकेगी।

माँ का मन पुत्र के निधन पर हमेशा रोता रहता है।

अब यदि एक बार वह पुत्र जीवित हो जाता तो उसे मन से

लगाकर प्यार करती। उसके सिर को सहला-सहला कर उसे

समझाती ।

क्या समझाती? उसे समझाती कि ऐ मेरे प्यारे बेटे! तुम कभी माँ को छोड़कर न जाना। संसार में बेटा को खोकर माँ का जीवन जीना आसान काम नहीं है।

पारिवारिक जीवन में भाई बहन को भूल जा सकता है। पिता पुत्र को भूल जा सकता है, परंतु रात-दिन की साथिन माँ अपने बेटे को कभी भूल नहीं पाती है। वह अपने मन को नहीं समझा पाती है।

पाठक के हृदय में करुणा का संचार करने में ‘पुत्र-वियोग’ शीर्षक कविता सफल है। यह एक श्रेष्ठ शोकगीति है। सरल-सहज शब्दों में इसे श्रेष्ठ शोकगीति कहा जा सकता है।

 

 

116
Created on By Madhav Ncert Classes

12 Hindi 100 marks Test important objective Question

1 / 17

The Earth🌎 has beenwritten by

2 / 17

ध्रुवस्वामिनी’ कैसी कृति है ?

 

3 / 17

उर्वशी’ किसकी रचना है ?

 

4 / 17

दिनकरजी किसलिए प्रसिद्ध है ?

 

5 / 17

How Free Is The Press has been Written By

6 / 17

जयप्रकाश नारायण ने ‘संपूर्ण क्रांति’ वाला ऐतिहासिक भाषण कहाँ और कब दिया था ?

 

7 / 17

Indian through a travellers eye has been written by

8 / 17

The Artist..has been written by

9 / 17

जब किसी वस्तु को आवेशित किया जाता है, तो उसका द्रव्यमान –

 

10 / 17

Ideas that have helped mankind

11 / 17

जयशंकर प्रसाद की सफलतम नाट्यकृति है

 

12 / 17

किसे ‘लोकनायकू’ के नाम से जाना जाता है ?

 

13 / 17

संर्पूण क्रांति का नारा किसने दिया था ?

 

14 / 17

‘मैं उषा की ज्योति’ में कौन-सा अलंकार है ?

 

15 / 17

मनुष्य का शरीर क्यों थक जाता है ?

 

16 / 17

तुमुल कोलाहल कलह में’ शीर्षक कविता के रचयिता कौन है ?

 

17 / 17

कामायनी’ के रचयिता कौन है ?

 

Your result is being prepared by Madhav Sir.

Your score is

The average score is 53%

0%

 

 

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top
The team at WTS provides professional services for the development of websites. We have a dedicated team of experts who are committed to delivering high-quality results for our clients. Our website development services are tailored to meet the specific needs of each project, ensuring that we provide the best possible solutions for our clients. With our extensive experience and expertise in the field, we are confident in our ability to deliver exceptional results for all of our clients.

क्या इंतज़ार कर रहे हो? अभी डेवलपर्स टीम से बात करके 40% तक का डिस्काउंट पाएं! आज ही संपर्क करें!