12th class Biology chapter-8 Know the name of all disease treatment symptoms and medicine from the sea from biology
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WHO क्या है ?
WHO full name – World health
organisation ( विश्व स्वास्थ्य संगठन )
दुनिया भर के देशों को मिलाकर एक संगठन बनाया गया जो दुनिया भर के लोगों के स्वास्थ्य स्तर को अच्छा रखने का काम करते हैं उसे विश्व स्वास्थ्य संगठन कहते कहते हैं ।
– विश्व स्वास्थ संगठन 7 अप्रैल 1948 को बनाया गया था ।
– विश्व स्वास्थ संगठन का मुख्यालय जेनेवा में स्थित है ।
– विश्व स्वास्थ संगठन में लगभग 194 देश शामिल है
(1) स्वास्थ्य किसे कहते हैं ?
उत्तर – विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार स्वास्थ्य ऐसी स्थिति को कहा जाता है जिसमें व्यक्ति शारीरिक मानसिक एवं सामाजिक रुप से तनाव मुक्त हो उसे स्वस्थ कहते हैं ।
– अच्छे स्वास्थ्य के निम्नलिखित शर्ते हैं।
1) संतुलित आहार
2) व्यक्तिगत एवं घरेलू स्वास्थ्य
3) शुद्ध भोजन एवं शुद्ध जल
4) बयान एवं विश्राम
5) व्यसन मुक्त
1) संतुलित आहार- ऐसा आहार जिस में प्रचुर मात्रा में पोषक तत्व जैसे कार्बोहाइड्रेट प्रोटीन वसा एवं खनिज लवण उपस्थित हो उसे संतुलित आहार कहते हैं।
– संतुलित आहार के कमी से बच्चों में कुपोषण नामक बीमारी होता है।
2) व्यक्तिगत एवं घरेलू स्वास्थ्य – अच्छे स्वास्थ्य के लिए व्यक्तिगत एवं घरेलू स्वास्थ्य होना अनिवार्य है इसीलिए व्यक्ति को स्वास्थ्य के साथ-साथ घरेलू स्वास्थ्य हेतु साफ-सफाई पर ध्यान देना चाहिए इस प्रकार व्यक्तिगत एवं घरेलू स्वास्थ्य के मूल करते हैं ।
3) शुद्ध जल एवं शुद्ध भोजन – अच्छे स्वास्थ्य के लिए शुद्ध भोजन एवं शुद्ध जल अति आवश्यक है क्योंकि अधिकांश सूक्ष्म जीव भोजन एवं जल के माध्यम से जीवो के शरीर में प्रवेश करते हैं इस प्रकार शुद्ध भोजन और शुद्ध
जल अच्छे स्वास्थ्य के मूल शर्ते हैं ।
4) व्यायाम एवं विश्राम- अच्छे स्वास्थ्य के लिए शुद्ध भोजन एवं शुद्ध जल के साथ-साथ व्यायाम एवं विश्राम भी अनिवार्य है प्रतिदिन व्यायाम करने से मानसिक एवं शारीरिक वृद्धि होती है जिससे तनावमुक्त महसूस होता है ।
5) व्यसन मुक्त – अच्छे स्वास्थ्य के लिए अच्छी आदतें होना बहुत जरूरी है इसीलिए व्यसन मुक्त होना अच्छे स्वास्थ्य के मूल शर्ते हैं।
( 2) रोग किसे कहते हैं ?
उत्तर – जब जीवो के शरीर के अंग तथा अंग तंत्र प्रतिकूल प्रारंभ के कारa असमान लक्षण प्रकट करते हैं तो ऐसी स्थिति को रोक कहा जाता है जैसे आंख का लाल पीला होना ,शरीर का अधिक गर्म होना इत्यादि ।
( 3) संक्रामक रोग- यह रोग जो एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में किसी माध्यम के द्वारा फैलता है उसे संक्रामक रोग कहते हैं
जैसे – क्षय रोग ,रेबीज, कुकुर खांसी इत्यादि
( 4) असंक्रमण रोग किसे कहते हैं?
उत्तर – वे रोग जो एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में नहीं फैलता है उसे और संक्रमण रोग कहा जाता है ।
जैसे _ कैंसर, टिटनेस ,हार्ड अटैक आदि
( 5) कुपोषण किसे कहते हैं?
उत्तर- यह रोग खासकर बच्चों में होता है जो संतुलित आहार के कमी के कारण उत्पन्न होता है इस रोग का मुख्य लक्षण पेट फूल जाना हाथ पैर पतला हो जाता है इसका सही उपचार बच्चे को संतुलित आहार देना चाहिए ।
( 6) जीवाणु द्वारा होने वाले रोगों को लिखें
उत्तर- जीवाणु द्वारा होने वाले रोग निम्नलिखित है
1) टीवी
2) टेटनेस
3) हैजा
4) निमोनिया
5) डिप्थीरिया
6) प्लेग
7) टाइफाइड
8) काली खांसी
(1) टीवी या क्षय रोग – यह फेफड़ों एवं श्वास नली को प्रभावित करने वाले एक संक्रामक रोग है जो शरीर को अंतरिक्षय करता है इसीलिए इसे क्षय रोका जाता है इसमें रोगी को शाम को शाम बुखार आता है इसीलिए इसे
तपेदी भी कहा जाता है इसे टीवी भी कहा जाता है ।
-रोग कारक, पैथोजन , रोगजनक – माइकोबैक्टीरिया ट्यूबरक्लोसिस
लक्षण-
1)– रोगी को खांसी होने पर बलगम के साथ खून आना
2) – सीना दर्द करना
3) – रोगी को बुखार आना
4)- वजन घट जाना
5) भूख नहीं लगना तथा रोगी को हमेशा थकान महसूस करना
रोकथाम-
1) रोगी को पौष्टिक आहार देना चाहिए
2) रोगी को जहां-तहां नहीं ठोकना चाहिए
3) रोगी को हमेशा साफ सफाई रखना चाहिए
4) रोगी को कमरा बर्तन तथा कपड़ा अलग होना चाहिए
5) रोगी को आराम करना चाहिए
उपचार-
1) बच्चे में BCG टीका लगवाना चाहिए
2) रोगी को dotts इंजेक्शन लगवाना। चाहिए
3) अच्छे डॉक्टर से सलाह लेना चाहिए
(2) हैजा क्या है?
उत्तर- यह आतॅ को प्रभावित करने वाले एक तेजी से फैलने वाले महामारी रोग है यह खासकर बाढ़ के समय महामारी का रूप ले लेता है इस बीमारी में अधिक संख्या में लोगों की मृत्यु होती है इसीलिए इसे महामारी नाम दिया जाता है।
रोग कारक – बिब्रियो कालोरी या बाइब्रियो कॉलेरी
लक्षण-
1)रोगी को बार बार उल्टी और दस्त होना
। 2) रोगी को भूख प्यास जल्द जल्द आना
3) रोगी का काठं सुखना
4) रोगी का शरीर कमजोर हो जाना ।
रोकथाम –
1घर के आस-पास साफ-सफाई रखनाचाहि
2)नदी एवं तालाब के पानी को साफ
करवाना चाहिए
3) रोगी को ओ एस का घोल देना चाहिए
4) रोगी को पाचन युक्त भोजन देना चाहिए
( 3) टाइफाइड किसे कहते हैं?
उत्तर- यह जीवाणु द्वारा होने वाले एक संक्रामक विश्वव्यापी रोग है इसमें व्यक्ति को तेज बुखार के साथ-साथ जोर से सिर दर्द करता है इसीलिए इसे मियादी बुखार भी कहा जाता है इसके जीवाणु छड़ के आकार के होते हैं जो गतिशील होते हैं या बीमारी एशिया तथा अफ्रीका में तहलका मचा दिया था इसीलिए इसे विश्वव्यापी को रोग कहा जाता है ।
रोग कारक – सालमोनेला टायफी
लक्षण-
1) जोरो से सिर दर्द करता है
2) पेट दर्द करना
3) इसमें रोगी को 103 डिग्री से 104 डिग्री तक बुखार होता है
रोकथाम –
1 साफ सफाई रखना चाहिए
2) टी ए बी का टीका लगवाना चाहिए
3) इस रोग के शंका होने पर विडाल टेस्ट करवाना चाहिए
उपचार –
1) टी ए बी का टीका लगवाना चाहिए
2) एमपी सिल्कन देना चाहिए
3) एंटीबायोटिक देना चाहिए
(4) प्लेग किसे कहते हैं?
उत्तर- या जीवाणु द्वारा होने वाले एक संक्रामक रोग है यह महामारी रूप ले लेता है इसमें अत्यधिक संख्या में लोगों की मृत्यु हो जाती है इस बीमारी के जीवाणु गिलहरी चूहा के अमावस्या में विकसित होते हैं इसके जीवाणु मानव के शरीर में भोजन जल के माध्यम से प्रवेश करता है।
रोग कारक – पासचुरेला पेन्टीस
लक्षण –
1) तेज बुखार आना
2) सिर दर्द करना
3)गर्दन पर गलटीयां निकालना
4) आरबीसी की कमी होना
रोकथाम –
1) भोजन ढक कर रखना चाहिए
2) रसोई घर साफ सफाई होना चाहिए
3) रोगी को विभिन्न प्रकार के एंटीबायोटिक देना चाहिए! ✍️
(5) टिटनस किसे कहते हैं ?।
उत्तर – यह जीवाणु द्वारा होने वाले एक खतरनाक रोग है जिसमें मृत्यु की संभावना अधिक होता है यह रोग चोट लगने कटने एवं गांव वाले स्थानों के माध्यम से इस के जीवाणु जीवो के शरीर में प्रवेश करते हैं ।
रोग कारक- क्लास्टीडीयम
लक्षण –
1) इसमें रोगी के घाव वाले स्थान पर अधिक जलन होना
2) जीवो के शरीर एवं जबड़े में अकड़न होना
3) सिर दर्द करना
रोकथाम-
1) कटी फटी एवं गांव वा,
ले स्थान को साफ रखना चाहिए
2) कटी फूट जाने पर ats का टीका लगवाना चाहिए ।
3)डीपीटी का टीका लगवाना चाहिए
(6) डिप्थीरिया किसे कहते हैं ?
उत्तर – यह जीवाणु द्वारा होने वाले एक संक्रामक रोग है जो खासकर छींकने खांसने या थूकने से फैलता है क्योंकि छींकते और खांसते समय हवा में छोड़े गए ड्रॉपलेट के माध्यम से बीमारी एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलते हैं ।
रोग कारक – कोड़नी बैक्टीरियम डिप्थीस ।
लक्षण –
1) हल्का बुखार के साथ सिर दर्द करना
2) सांस लेने में कठिनाई होना
3) गले में खराश होना
4) दम घुटना ।
रोकथाम-
1) इसमें रोगी का रखरखाव अच्छी होनी चाहिए
2) रोगी को आराम करना चाहिए
3) एंटी टॉक्सिन इंजेक्शन लगवाना चाहिए
4) एंटीबायोटिक का प्रयोग करना चाहिए
5) DPT का टीका लगवाना चाहिए ।
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# विषाणु द्वारा होने वाले रोग को लिखें
उत्तर- विषाणु द्वारा होने वाले रोग निम्नलिखित है
1) एड्स
2) रेबीज
3) हेपेटाइटिस
4) पोलियो
5) पीलिया
6) सिफलिस
7) गोनी रिया
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( 1) एड्स किसे कहते हैं?
उत्तर- याह रोग प्रतिरक्षा तंत्र को प्रभावित करने वाले एक संक्रामक रोग है जिसका इलाज अभी तक संभव नहीं हो पाया है इस बीमारी में रोगों से लड़ने की क्षमता कम हो जाती है इसीलिए इसे उपार्जित प्रतिरक्षण न्यूनतम रोक कहा जाता है यह बीमारी सबसे पहले अफ्रीका महादेश में हुआ उसके बाद भारत सहित अन्य देशों में फैल गया जो कि खतरनाक है ।
रोग कारक – H I V या रेट्रोवायरस
लक्षण-
1) हमेशा थकावट महसूस करना
2) रोग निरोधक क्षमता कम हो जाना
3) लगातार कमजोर होते जाना
4) लसीका ग्रंथि का फूल जाना
5)शरीर में जहां-तहां घाव हो जाना
6) बातचीत करने में कठिनाई हो ना
परसारण –
1) अनैतिक यौन संबंध द्वारा इसका प्रसार होता है
2) रुधिर आदान-प्रदान के द्वारा
3) एचआईवी से संक्रमित सुई के द्वारा
नियंत्रण –
1) अनैतिक यौन संबंध नहीं बनाना चाहिए
2) एड्स का अभी तक कोई कारगर दवा या टीका का खोज नहीं किया है
3) डॉक्टर एवं वैज्ञानिक इसकी विषय में खोज कर रहे हैं.
रोकथाम –
1) अनैतिक यौन संबंध से दूर रहना चाहिए या कंडोम का प्रयोग करना चाहिए
2) ब्लड चढ़ाने से पहले ब्लड का जांच करना चाहिए
3) दूसरे व्यक्ति का लेजर या टूथपेस्ट का प्रयोग नहीं करना चाहिए।
(2) रेबीज किसे कहते हैं?
उत्तर – या वायरस द्वारा होने वाले एक संक्रामक रोग है जो कुत्ता बिल्ली एवं लोमड़ी के काटने से होता है इस रोग में रोगी को पानी से डर लगता है इसीलिए इसे हाइड्रोफोबिया भी कहा जाता है।
रोग कारक – रैब्डो वायरस
लक्षण –
1) इसमें रोगी के घाव वाले स्थान पर अधिक जलन होते हैं।
2) यह तंत्रिका तंत्र को प्रभावित करता है जिससे रोगी पागल की तरह व्यवहार करने लगता है।
3) इसमें रोगी को पानी से डर लगता है
4) रोगी को हल्का सर दर्द करता है
5) तनावपूर्ण रहना
रोकथाम –
1) पालतू कुत्ते को रेबीज का टीका लगवाना चाहिए
2)रोगी को एंटी रेबीज का टीका लगवाना चाहिए
3) एंटीबायोटिक का प्रयोग करना चाहिए।
(3) हेपेटाइटिस किसे कहते हैं ?
उत्तर-या यकृत को प्रभावित करने वाले एक संक्रमित रोग है जो दूषित जल एवं भोजन से होता है ।
लक्षण –
1) यकृत का बड़ा हो जाना
2) सिर दर्द करना
3) शरीर का पीला पड़ना
4)आंख का पीला होना
5) यूरिन का पीला होना ।
रोकथाम –
1) रोगी को विशेष रूप से स्वच्छ वातावरण में रहना चाहिए ।
2)रोगी को अधिक मसालेदार खाना नहीं खाना चाहिए
3) रोगी को कैल्शियम युक्त भोजन देना चाहिए
4)स्वच्छ भोजन एवं जल देना चाहिए.