Sanskrit important subjective- question 2023 ।। Class 10 sanskrit Vvi guess question PDF download⬇🔄 Link-

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बिहार विद्यालय परीक्षा समिति पटना के द्वारा मैट्रिक बोर्ड परीक्षा 2023 में 14 फरवरी से लिया जाएगा, आज के इस पोस्ट में आप जानेंगे संस्कृत का टॉप क्वेश्चंस जो आपके परीक्षा में पूछने की काफी चांसेस है। इन सभी प्रश्न को अगर आप अच्छी तरह से तैयारी कर लेते हैं ।  तो परीक्षा में से एक भी प्रश्न आपसे शायद  नहीं छूट पाएगा । इसलिए  अच्छी तरह से जरूर पढ़ ले ,हो सके तो इसे लिखकर याद भी कर ले । 

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लघुउत्तरीय प्रश्नाः (16 अङ्काः)

 

1. निम्नलिखित में से किन्हीं आठ प्रश्नों के उत्तर दें-

 

(क) आयुर्वेद के प्रमुख ग्रन्थ कौन-कौन हैं?

उत्तर – आयुर्वेद के प्रमुख ग्रन्थ चरक संहिता और सुश्रुत संहिता है, जिसमें रसायन विज्ञान और भौतिक विज्ञान समाहित है।

(ख) विश्वशान्ति के सूर्योदय का पता कैसे चलता है?

उत्तर—जब हममें परस्पर स्नेह, दया, करूणा, समता, ममता और सहानुभूति होता है। परपीड़न नाश के लिए हम प्रयत्न करते हैं तो यह परोपकार विश्वशांति का कारण होता है। आज भी कई देश दूसरे देश के संकट काल में उसकी सहायता कर, राहत सामग्री भेजते हैं तो यह विश्वशान्ति का सूर्योदय होता है।

(ग) हर परिस्थिति में धर्म की ही रक्षा क्यों करनी चाहिए?

उत्तर—धर्म, कर्त्तव्य एवं अधिकार का पूरक होता है। मनुष्य को चाहिए कि अपने कर्त्तव्य एवं अधिकार का प्रयोग करते समय धर्म को सदा ध्यान में रखें। कहा गया है कि कर्म ही धर्म है। अतः हर परिस्थिति में धर्म रक्षा होनी चाहिए ताकि हम अच्छा कर्म सदा करते रहें ।

(घ) बाघ ने स्वयं को अहिंसक सिद्ध करने के लिए क्या तर्क दिया?

उत्तर – बाघ ने स्वयं को अहिंसक सिद्ध करने के लिए तर्क दिया कि पहले जवानी में मैं हिंसक था। अनेक गौ एवं मनुष्यों का वध किया; जिससे मेरे पुत्र, पत्नी सभी मर गये। इस समय मैं अनाथ, नेत्रहीन चलने-फिरने में असमर्थ हूँ। मैं वृद्ध होकर दान देना एवं धार्मिक कार्य करना तथा उपदेश को सुनना चाहता हूँ। तो बताइये कैसे मैं अहिंसक का विश्वासपात्र नहीं हूँ।

(ङ) पर्वत नाचता हुआ क्यों प्रतीत हो रहा है?

उत्तर—पर्वत शिखर पर उगे हुए पेड़-पौधे पुष्पों से लदे हुए हैं, हवा के झोकों से जब पुष्पों के समूह हिलोरे करते हैं तो ऐसा लगता है कि मानों पर्वत ही नाच रहा हो।

(च) मूल शंकर में वैराग्य भाव कब उत्पन्न हुआ ?

उत्तर – स्वामी दयानन्द के घर शिवरात्रि महोत्सव था। रात्रि में उन्होंने मूर्ति पर चूहों को टहलते देखा। उसी दिन से उनके मूर्ति पूजन के प्रति विरक्ति हो गई।

(छ) राम प्रवेश राम किससे प्रभावित होकर अध्ययन में निरत हो गया?

उत्तर- राम प्रवेश राम नई दृष्टिकोण सम्पन्न सामाजिक समता-प्रिय शिक्षक के शिक्षण- शैली से आकृष्ट होकर पढ़ाई जीवन की उत्तम गति होती है, ऐसा मानकर निरन्तर अपने परिश्रम से विद्या प्राप्ति के लिए अध्ययन में निरत हो गये।

(ज) इस संसार में कैसे लोग सुलभ और कैसे लोग दुर्लभ हैं?

उत्तर- इस संसार में प्रिय बोलनेवाले व्यक्ति आसानी से मिल जाते हैं परन्तु अप्रिय ही सही उचित बोलने वाला और सुननेवाला दुर्लभ हैं।

(झ) नरक के द्वार कौन-कौन हैं?

उत्तर— नरक का त्रिविध त्याज्य वस्तु काम, क्रोध एवं लोभ है। इसमें लिप्त रहने वाले का नाश हो जाता है। अपने को बचाने के लिए इन तीनों को जीवन से हटा देना चाहिए। इनके बिना ही जीवन पथ पर शांति एवं सफलतापूर्वक चला जा सकता है।

(ञ) शैशव संस्कारों का उल्लेख करें

उत्तर – संस्कारों में शैशव संस्कार सर्वोत्तम है। यह संस्कार मनुष्यों के

भविष्य का आधारशीला होता है। इनके अंतर्गत जातकर्म, नामकरण, निष्क्रमण, अन्नप्राशन, चूड़ाकर्म तथा कर्णवेध कुल छः संस्कार होते हैं।

(ट) भारतभूमि कैसी है और यहाँ कौन लोग रहते हैं?

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उत्तर भारत भूमि पुत्रवत्सला है। यहाँ की नदियाँ पवित्र हैं। यहाँ विभिन्न धर्म, जाति एवं भाषा के लोग आपसी मेल-जोल से रहते । भारत का वातावरण शांत एवं उल्लासमयी है। यहाँ गंगा जमुना तरजीव है। अनेकता में एकता इसकी सर्वाधिक महत्वपूर्ण विशेषता है।

(ठ) संस्कृत साहित्य के सम्वर्धन में पण्डिता क्षमाराव के योगदान का उल्लेख करें।

उत्तर-आधुनिक काल में लेखिकाओं में पण्डिता क्षमाराव का नाम प्रसिद्ध है। उनके द्वारा अपने पिता शंकर पाण्डुरंग के महान विद्वता का जीवन चरित (शङ्कर रचित) को पूरा किया। गाँधी-दर्शन से प्रभावित होकर उन्होंने सत्याग्रहगीता, मीरा लहरी, कथामुक्तावली, विचित्र परिषद्यामा, तथा ग्रामज्योति जैसे अनेक ग्रन्थों को लिखा। ये सभी लेखन इनके उदारपूर्ण योगदान का परिचायक हैं।

 

(ड) चारों आलसियों का सम्वाद अपने शब्दों में लिखें।

उत्तर—आलसी चार पुरुष जब आग से घिर गए तो एक ने कहा- यह कैसा कोलाहल है। दूसरे ने कहा- शायद घर में आग लगी है। तीसरे कहा—कोई धार्मिक व्यक्ति नहीं है क्या जो हमारे ऊपर गीला कपड़ा डाल दे। चौथे ने कहा- अरे वा चाल कितनी बातें बोल सकते हो, चुप तो हो जा ऐसा सुनकर नियुक्त पुरुषों ने मानलिया कि ये चारों वास्तविक आलसी हैं। उनके बाल पकड़कर आग के बीच से बाहर खिच लिया।

(ढ) राजशेखर ने पटना का उल्लेख किस रूप में किया है?

उत्तर कवि राजशेखर ने काव्यमीमांसा नामक कवि शिक्षा प्रमुख अपने ग्रन्थ में सादर स्मरण करते हुए लिखा है कि- यहाँ वर्षोपवर्ष, पाणिनि, पिङ्गल, व्याङि वररुचि तथा पतञ्जली आदि ने महान योगदान देकर ख्याति को प्राप्त , किया।

(ण) आत्मा के स्वरूप का वर्णन करें

बड़ा रूप उत्तर—प्राणियों की यह आत्मा अणु से भी सूक्ष्म और बड़ा से में है। जिसे वश में नहीं किया जा सकता। इस इन्द्रियों के प्रभाव से विद्वान शोक रहित होकर उस श्रेष्ठ परमात्मा को देखता है।

(त) केशान्त संस्कार का वर्णन करें।

उत्तर – केशान्त संस्कार में गुरू गृह में ही शिष्य का प्रथम क्षौरकर्म (मुण्डन) होता था। इसमें गोदान मुख्य कर्म होता था । अतः साहित्य ग्रन्थों में इसका दूसरा नाम गोदान संस्कार भी कहा जाता है।

 

(iii) आपके विद्यालय में आयोजित संस्कृत संभाषण शिविर की चर्चा करते हुए अपने मित्र को एक पत्र संस्कृत में लिखें

 

उत्तर-

आदरणीय भ्राता :

सादर प्रणामः ।

अत्र कुशलं तत्रास्तु। प्रसन्नं भूत्वा सूचितं करोमि यत् मम विद्यालये संस्कृत सम्भाषणं शिविरस्य आयोजनं अभवत्। तस्मिन् अहमपि भाषणं अददम्। मम भाषणं श्रुत्वा सर्वे गुरूजना:, छात्र – छात्राश्च प्रसन्नपि अभवन्। तस्मिन् सम्भाषणे प्रथम स्थानं प्राप्तवान । संस्कृतं सर्वे `मृता भाषा जानन्ति किन्तु स्वभाषनेन असिद्धयत् यत् इयं न मृता अपितु जीवित भाषा अस्ति । मम प्रणामः मातरयो पितरयोः ।

शिष्यः

अश्विनी:

 

(iv) अपनी छोटी बहन के जन्मदिन की बधाई देने के लिए उसको एक पत्र संस्कृत में लिखें।

उत्तर-

ममतामयी सुशीला

परीक्षाभवनात्

शुभाशीर्वादः ।

19/02/23

अहं कुशलोऽस्मि । तव कुशलाय सदा कामये । अयं ज्ञात्वा अहं अति प्रसन्नो अस्मि । तव जन्मदिवसः अद्यैव अस्ति। उक्त अवसरे शुभाशीर्वादं दत्वा तव दीर्घायु कामये । अतः यदा अहं गृहं आगमिष्यामि तदा तव उपहारं आनिष्यामि । मया प्रणामाः माता – पितरयोः चरणयोः शुभाशीर्वाद अनुजाय।

तव अग्रज

सोहनः

 

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