Lnmu Part- 1 history paper 1 Question paper and solution
दोस्तों आप सभी का स्वागत है । इस पोस्ट में इस पोस्ट में हम बात करेंगे । स्नातक प्रथम खंड हिस्ट्री ऑनर्स का सभी महत्वपूर्ण प्रश्न इस पोस्ट में देखने वाले हैं।
इस पोस्ट से ही अधिकांश प्रश्न आपके एग्जाम पूछे जाएंगे। मतलब आप अगर चाहे तो अच्छी तरह से तैयारी कर लेते हैं। तो पेपर 1 की परीक्षा में आपसे एक भी प्रश्न नहीं छूट पाएगा। तो ऑब्जेक्टिव and subjecive सभी को उत्तर के साथ नीचे बताया गया है. आप लोग सभी प्रश्न को ध्यान से समझे।
BA Part- 1 History honours question type
जिन ही विद्यार्थियों का हिस्ट्री ऑनर्स है। उन सभी को 10 objectice प्रश्न पूछा जाएगा। जिसमें से पहला प्रश्न में 10 ऑब्जेक्टिव प्रश्न होंगे। जो बनाना अनिवार्य होगा ।
बाकी आठ प्रश्न सब्जेक्टिव होगा । जिसमें से 4 प्रश्नों का जवाब आपको देना पड़ेगा। सभी प्रश्न 20 अंक का होगा। ऑब्जेक्टिव एक प्रश्न दो अंक का होगा।
History paper 1 Objective Question
1. सिंधु वासियों के प्रमुख देवता कौन थे?
भगवान शिव
2 . ऋग्वेद में कितने मंडल हैं ?
10
3. किसने चतुर्थ बौद्ध संगति आयोजित की थी ?
कनिष्क
4. सिक्कों के अध्ययन को कहते हैं
मुद्रा शास्त्र
5. चरक कौन था?
चिकित्सक
6 . पंचतंत्र की रचना किसने की?
विष्णु शर्मा
7. मौर्य साम्राज्य का अंतिम शासक कौन था ?
बृहद्रथ
8. हर्षचरित का लेखक कौन था?
बाणभट्ट
9. कौटिल्य का वास्तविक नाम क्या था?
विष्णु गुप्त
10. जैन धर्म के अंतिम तीर्थंकर कौन थे ?
महावीर
11. बांस खेड़ा ताम्रपत्र का संबंध है।
हर्ष से
12. प्रयाग प्रशस्ति संबंधित है।
समुद्रगुप्त से
13. तृतीय बौद्ध संगति आयोजित हुई थी।
पाटलिपुत्र में
14. चंद्रगुप्त के दरबार में भेजा गया यूनानी राजदूत कौन था ? मेगास्थनीज
15. मेघदूत के रचयिता कौन है ?
कालिदास
16. कालीबंगा का साहित्य का अर्थ है।
काली चूड़ी
17. पुरुष सूक्त संबंधित है ।
ऋग्वेद से
18. नारी वैदिक काल का नहीं है ।
राधिका
19. मगध की प्रारंभिक राजधानी कौन सी थी?
गिरी ब्रिज
20. कालीबंगा स्थित है .
राजस्थान में
दोस्तों जानकारी के लिए बता दें – 10 ऑब्जेक्टिव प्रश्न पूछा जाएगा। जो बनाना अनिवार्य होगा उन 10 प्रश्नों में इस 20 प्रश्नों में से अधिकांश प्रश्न रहेगा।
Lnmu Part- 1 history paper 1 Question paper and solution
Q 2. सिंधु घाटी की आर्थिक धार्मिक एवं सामाजिक दशाओं का वर्णन करें।
उत्तर- वास्तव में हड़प्पा सभ्यता या सिंधु सभ्यता के लोगों का जीवन किस प्रकार से व्यथित हुआ है इससे किसी ने नहीं देखा है यह खुदाई में प्राप्त हुए अवशेषों को देखकर केवल अनुमान लगाया जाता है कि वहां के निवासी किस प्रकार के कार्य करते थे और अपना जीवन किस प्रकार से व्यतीत करते थे इतिहासकारों के मुताबिक इसकी विशेषताएं इस प्रकार है जो नीचे बताए गए हैं।
सिंधु घाटी सभ्यता की आर्थिक दशा एवं स्थिति।
इस सभ्यता का आर्थिक जीवन कृषि पशुपालन व्यापार तथा उद्योग पर आधारित था।
A. कृषि ;- सिंधु सभ्यता के निवासियों का मुख्य व्यवसाय कृषि था। यहां गेहूं कपास मटर तिल तथा विभिन्न प्रकार के फूल उगाए जाते थे। सेंधव नगरों में कृषि पदार्थों की आपूर्ति ग्रामीण क्षेत्रों से होता था । इसलिए अन्नागर नदियों के किनारे बनाए गए थे।
B पशुपालन ;- सिंधु सभ्यता के लोग कृषि के अतिरिक्त पशुपालन भी करते थे। पुरातात्विक स्रोतों से ज्ञात होता है । कि यहाँ लोग गाय, बैल, भैंस ,बकरी इत्यादि का पालन करते थे।
यहां यानी इस सभ्यता के लोगों के मनोरंजन के साधन शिकार करना मछली पकड़ना पशु पक्षियों को लराणा, चौपड़ पासा खेलना ढोल बजाना इत्यादि थे।
सिंधु घाटी की धार्मिक स्थिति
i धार्मिक जीवन हड़प्पा सभ्यता मुख्यता लौकिक सभ्यता थी। जिसमें धार्मिक तत्व उपस्थित था । परंतु वर्चस्व साली नहीं इस सभ्यता से मंदिर के साथ साक्षी प्राप्त नहीं होता है। पुरातात्विक स्रोतों से ज्ञात होता है । कि सिंधु सभ्यता कालीन लोग द्वार धर्म को मानते थे। निम्न बिंदुओं को आधार पर व्याख्या करते हैं।
ii मात्री देवी की पूजा मात्री देवी सिंधु सभ्यता के लोगों की प्रधान देवी थी। जिनकी अनेक मूर्तियां खुदाई से प्राप्त हुई। सिंधु सभ्यता के लोग मात्री देवी को मानते थे मोहनजोदड़ो से प्राप्त माफ देवी की मूर्ति के आधार पर हम कह सकते हैं कि यह लोग माथे देवी की पूजा करते थे।
परिणाम उपरोक्त बिंदुओं के आधार पर कहा जा सकता है। कि हड़प्पा वासियों की धार्मिक आर्थिक एवं सामाजिक व्यवस्था उन्नत एवं विकसित थी।